
परिचय
Apple Inc. ने हाल ही में इतिहास रचा: पहली बार भारतीय मूल के एक कार्यकारी को नियुक्त कर Chief Operating Officer (COO) पद पर लाया है। जी हाँ, यह व्यक्ति है Sabih Khan — मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश में जन्मे और दुनिया के सबसे मूल्यवान टेक्नोलॉजी कंपनी के शीर्ष नेतृत्व में शामिल हुए। इस लेख में हम जानेंगे उनकी शिक्षा, करियर, जिम्मेदारियां, रणनीतियां, वेतन, तथा इससे Apple और भारत को क्या लाभ होगा।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- जन्म और बचपन: सबीह खान का जन्म 1966 में मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। पाँचवीं कक्षा के बाद उनका परिवार सिंगापुर चला गया।
- उच्च शिक्षा: उन्होंने Tufts University से मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इकॉनोमिक्स में ड्यूल स्नातक की डिग्री ली और Rensselaer Polytechnic Institute (RPI), न्यूयॉर्क से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स हासिल किया।
GE Plastics से Apple तक का सफर
- GE Plastics (अब SABIC) में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की, जहां वे एप्लिकेशन डेवलपमेंट इंजीनियर और तकनीकी टीम प्रमुख थे।
- 1995 में Apple से जुड़ाव: procurement (खरीददारी) टीम में शामिल होकर उन्होंने विविध उत्पाद और सप्लाई चेन जिम्मेदारियों पर काम शुरू किया।
Apple में करियर ग्रोथ
- 2019 में Senior VP of Operations बने, जहाँ उन्होंने global supply chain, procuring, production, logistics और supplier-responsibility प्रोग्राम्स की जिम्मेदारी ली।
- उन्होंने Apple के “green manufacturing” पहलों के तहत कार्बन फुटप्रिंट को 60% से अधिक कम करने में नेतृत्व भूमिका निभाई।
- COVID-19 दौरान उन्होंने आपूर्ति प्रणाली को लचीला बनाए रखने के लिए त्वरित रणनीतिक कार्यवाही की।
COO का पद: चुनौतियाँ और भविष्य की भूमिका
- नियुक्ति की घोषणा: Apple ने अगस्त 2025 के अंत में Jeff Williams की जगह उसे COO नियुक्त करने की घोषणा की, और इसे एक “long-planned succession” बताया।
- मुख्य जिम्मेदारियाँ: पूरी global supply chain, manufacturing, logistics, procurement, manufacturing और supplier ethics की देखरेख करेंगे।
- चुनौतियाँ: अमेरिकी–चीन व्यापार तनाव, संभावित 25% टैरिफ, Apple की भारत में उत्पादन रणनीति, और बढ़ते वैश्विक ऑटोमेशन की चुनौतियाँ इस समय सामना करना शामिल हैं।
सबीह खान का वेतन (Salary of Sabih Khan as Apple COO)
Apple जैसे ट्रिलियन-डॉलर वैल्यू वाली कंपनी में शीर्ष नेतृत्व का वेतन केवल बेस सैलरी तक सीमित नहीं होता — इसमें बोनस, स्टॉक ऑप्शन्स, और long-term incentives भी शामिल होते हैं। सबीह खान को Jeff Williams के स्थान पर Chief Operating Officer (COO) नियुक्त किया गया है, और उनके वेतन की संरचना भी उसी के समान अनुमानित की जा रही है:
अनुमानित वेतन संरचना:
वेतन घटक | अनुमानित राशि (USD में) | विवरण |
---|---|---|
बेस सैलरी | $1,000,000 प्रति वर्ष | यह हर Apple सीनियर एग्जीक्यूटिव का न्यूनतम वेतन स्तर है। |
बोनस / इन्सेंटिव पे | $2–3 मिलियन | कंपनी प्रदर्शन और व्यक्तिगत KPIs पर आधारित। |
RSU (Restricted Stock Units) | $18–20 मिलियन / वर्ष | Apple शेयरों में ग्रांट मिलती है जो 3–4 वर्षों में वेस्ट होती है। |
कुल अनुमानित पैकेज | $21–24 मिलियन प्रति वर्ष (₹175–200 करोड़ वार्षिक) | यह Apple COO के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड पर आधारित है। |
Jeff Williams, जिनके स्थान पर सबीह खान नियुक्त हुए हैं, को 2023 में $23.4 मिलियन का कुल पैकेज मिला था। यह अनुमान किया जा रहा है कि सबीह खान को भी समान स्तर का compensation मिलेगा, जिसमें एक बड़ा हिस्सा Apple stock (RSUs) के रूप में होगा।
नेतृत्व की प्रशंसा और रणनीति
- Tim Cook ने कहा कि सबीह “brilliant strategist” और “central architect of Apple’s supply chain” हैं।
- Jeff Williams ने उन्हें “most talented operations executive on the planet” कहा।
- इनकी नेतृत्व शैली में मानव-केंद्रित दृष्टिकोण, तकनीकी सटीकता और पर्यावरण-जिम्मेदार समाधान शामिल हैं।
भारत और Apple की रणनीतिक दिशा
- Sabih Khan की नियुक्ति का अर्थ है भारत की ओर Apple की विस्तारित फोकस।
- Trump-era trade tensions के बीच, Apple भारत में iPhone फैक्ट्री बनाए जाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
- Sabih के अनुभव से इस रणनीति को वैश्विक स्तर पर तेज़ी और सस्टेनेबिलिटी मिलेगी।
- भारत में Apple के उद्योग विस्तार के लिए यह एक मजबूत संकेत है, और भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणादायक मिसाल भी।
मीडिया और सोशल प्रतिक्रियाएँ
- Times of India: “Moradabad-born Sabih Khan rises to top at Apple”
- IndiaTimes Worth: “CEO Tim Cook calls him a brilliant strategist”
- Financial Express, NDTV, Gulf News इत्यादि में सकारात्मक कवरेज।
निष्कर्ष
सबिह खान की यह नयी भूमिका Apple में भारतीय नेतृत्व की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उनका तांत्रिक-सामाजिक दृष्टिकोण, वैश्विक अनुभव, और supply chain ताकत ने उन्हें इस प्रधानमंत्री भूमिका के लिए तैयार किया है। Apple और भारत दोनों के लिए यह संदेश है—“जब तकनीक, रणनीति और प्रतिबद्धता मिलती है, तो परिणाम बड़े स्तर पर बदल-बदलकर आते हैं।”