वे देश जो आज भी अलग कैलेंडर और साल का उपयोग करते हैं।

Ancient calendar artifacts representing different countries using unique calendar systems like Ethiopia, Thailand, Iran, Nepal, and Islamic nations with non-Gregorian year counting.

हम में से अधिकतर लोग आज जिस ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) का उपयोग करते हैं, वह 1582 में पोप ग्रेगरी XIII द्वारा शुरू किया गया था और अब यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य कैलेंडर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज भी दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो अपनी परंपरागत कैलेंडर प्रणाली पर चल रहे हैं? इनमें से कुछ देशों में तो साल की गिनती भी हमसे अलग है।

यह ब्लॉग आपको बताएगा कि वे कौन-कौन से देश हैं जहां आज भी अलग कैलेंडर और अलग साल का प्रयोग किया जाता है, और इसके पीछे के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कारण क्या हैं।

1. इथियोपिया – 2017 में जी रहा देश

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 2017
  • कैलेंडर प्रणाली: इथियोपियन कैलेंडर
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह कैलेंडर जूलियन कैलेंडर पर आधारित है।
    • इसमें 12 महीने होते हैं, प्रत्येक में 30 दिन, और 13वां महीना 5 या 6 दिन का होता है।
    • यह कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से लगभग 7-8 वर्ष पीछे है।
  • क्यों अलग है: इथियोपिया ने ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया नहीं और ईसा मसीह के जन्म की गणना भी कुछ अलग तरीके से की जाती है।

2. थाईलैंड – वर्ष 2568 में चल रहा देश

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 2568 BE (Buddhist Era)
  • कैलेंडर प्रणाली: थाई सौर कैलेंडर (Thai Solar Calendar)
  • मुख्य विशेषताएं:
    • बुद्ध के निर्वाण के 543 साल बाद से वर्ष की गणना शुरू होती है।
    • यह कैलेंडर भी ग्रेगोरियन के समान है लेकिन वर्ष की संख्या में 543 का अंतर है।
  • कहां प्रयोग होता है: थाईलैंड में सरकारी दस्तावेज़ों, मुद्रा, स्कूल और सरकारी कार्यक्रमों में।

3. ईरान – फारसी कैलेंडर का देश

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 1403 SH (Solar Hijri)
  • कैलेंडर प्रणाली: शम्सी हिजरी कैलेंडर (Solar Hijri Calendar)
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह ईरान और अफगानिस्तान का आधिकारिक कैलेंडर है।
    • वैज्ञानिक दृष्टि से यह दुनिया का सबसे सटीक कैलेंडर माना जाता है।
    • साल का पहला दिन वसंत विषुव (spring equinox) से शुरू होता है।
  • क्यों अलग है: यह कैलेंडर ईरानी खगोलशास्त्रियों द्वारा विकसित किया गया और इस्लामिक संस्कृति से जुड़ा है।

4. नेपाल – विक्रम संवत में चलता देश

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 2081 विक्रम संवत
  • कैलेंडर प्रणाली: विक्रम संवत
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह भारत के राजा विक्रमादित्य द्वारा शुरू किया गया था।
    • नेपाल में यह आधिकारिक कैलेंडर है, जबकि भारत में इसका उपयोग धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों में होता है।
    • यह ग्रेगोरियन कैलेंडर से 56.7 साल आगे है।
  • उपयोग: नेपाल में सभी सरकारी और प्रशासनिक कार्य इसी कैलेंडर के अनुसार होते हैं।

5. इज़राइल – हिब्रू कैलेंडर में जीता राष्ट्र

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 5785
  • कैलेंडर प्रणाली: हिब्रू कैलेंडर (Hebrew Calendar)
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह यहूदी धर्म पर आधारित है और धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयुक्त होता है।
    • इसमें चंद्र-सौर गणना (Lunisolar) होती है, यानी महीनों की गणना चंद्रमा से और वर्षों की सूर्य से।
  • प्रयोग: इज़राइल में धार्मिक पर्वों और विशेष घटनाओं की गणना इसी से होती है।

6. इस्लामिक देश – हिजरी कैलेंडर अपनाते हैं

  • वर्तमान वर्ष (2025 में): 1446 AH (Anno Hegirae)
  • कैलेंडर प्रणाली: इस्लामिक हिजरी कैलेंडर
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह केवल चंद्रमा की गति पर आधारित होता है (सौर नहीं)।
    • हिजरत (622 ईस्वी) को प्रारंभ बिंदु मानता है, जब पैगंबर मुहम्मद मक्का से मदीना गए थे।
    • साल में 354 या 355 दिन होते हैं।
  • उपयोग: सऊदी अरब और अन्य मुस्लिम देशों में धार्मिक पर्वों की तारीखें इसी कैलेंडर के अनुसार तय होती हैं।

📊 तुलना सारणी: वर्ष 2025 में विभिन्न कैलेंडरों की स्थिति

देश/कैलेंडरवर्तमान वर्षप्रकार
इथियोपिया2017जूलियन आधारित
थाईलैंड2568 BEबौद्ध सौर कैलेंडर
ईरान1403 SHसौर हिजरी
नेपाल2081 VSविक्रम संवत
इज़राइल5785हिब्रू लूनिसोलर
इस्लामिक देश1446 AHचंद्र आधारित

निष्कर्ष

आज भी समय की गणना और वर्ष प्रणाली केवल एक जैसी नहीं है। अलग-अलग संस्कृतियां, धर्म और ऐतिहासिक पृष्ठभूमियाँ अपने-अपने तरीके से समय को मापती हैं। इथियोपिया, थाईलैंड, नेपाल जैसे देश अपनी सांस्कृतिक जड़ों को बनाए रखते हुए अलग कैलेंडर प्रणाली का पालन करते हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि समय केवल घड़ी या तारीख से नहीं, बल्कि परंपराओं और मान्यताओं से भी जुड़ा है।

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